SMALL THOUGHTS
मन बच्चा है उसे केवल प्रेम की भावना अच्छी लगती है, इसलिए उसे प्रेम दो घृणा नफरत नही।
मन बच्चा है उसे केवल प्रेम की भावना अच्छी लगती है, इसलिए उसे प्रेम दो घृणा नफरत नही।
यदि आप किसी उद्देश्य के लिए खड़े हो तो वृक्ष की तरह रहो और गिरो तो बीज की तरह क्योकि पुनः उगकर उस उद्देश्य को पूरा कर सको..!
कुछ उलझनों को झुककर भी सुलझाना चाहिए, सभी लोग आपके कद के बराबर नहीं होते..!!
ख़ुशी देने से ख़ुशी बढ़ती है, सब को ख़ुशी देने का प्रयत्न करे, कभी दुःख देने का विचार भी नहीं।
वे महान पुरुष धन्य हैं, जो अपने उठे हुए क्रोध को अपनी बुद्धि के द्वारा उसी प्रकार रोक देते हैं, जैसे दीप्त अग्नि को जल से रोक दिया जाता हैं॥