SMALL THOUGHTS
प्रसन्न व्यक्ति वह हैं, जो निरंतर स्वयं का मूल्यांकन एवं सुधार करता हैं… जबकि दुःखी व्यक्ति वह हैं, जो दूसरों का मूल्यांकन करता रहता हैं…!!
प्रसन्न व्यक्ति वह हैं, जो निरंतर स्वयं का मूल्यांकन एवं सुधार करता हैं… जबकि दुःखी व्यक्ति वह हैं, जो दूसरों का मूल्यांकन करता रहता हैं…!!
ग़लती सिर्फ ग़लती होती है वो छोटी या बड़ी नहीं होती।
पानी का असली स्वाद तब पता चलता हैं, जब हम बहुत प्यासे होते हैं… ठीक उसी तरह एक सच्चे इंसान के प्रेम व सहयोग का पता उस समय चलता है, …
इंसान जब तक जीवित रहता है, तब तक उसकी किसी न किसी से शिकायतें चलती ही रहती हैं, अतः जीवन में हम सरल-सहज हो जाएंगे और लोगों से हमारी शिकायतें …
व्यवहार वह सीढ़ी है जिससे हम मन में भी उतर सकते हैं और मन से भी उतर सकते हैं इसलिए यह हमें ही तय करना है कि हमारा व्यवहार कैसा …