SMALL THOUGHTS
कल तक शीशा था सब देख देखकर जाते थे…. आज जब टूट गया हूँ तो सब बच बच कर जाते हैं ।
कल तक शीशा था सब देख देखकर जाते थे…. आज जब टूट गया हूँ तो सब बच बच कर जाते हैं ।
सफलता मिले ना मिले ये तो मुकद्दर की बात है, पर हम कोशिश भी न करें ये तो ग़लत बात है।
सीढ़ियां उन्हें मुबारक हो जिन्हें छत तक जाना है, अपनी मंजिल तो आसमां है रास्ता खुद बनाना है।
झूठे इन्सान की ऊँची आवाज सच्चे इन्सान को खामोश करा सकती है लेकिन सच्चे इन्सान की खामोशी झूठे इन्सान की बुनियाद हिला सकती है।
अच्छे मित्र, अच्छे रिश्तेदार और अच्छे विचार जिनके पास हैं उसे दुनिया की कोई भी ताकत नहीं हरा सकती।