SMALL THOUGHTS
शब्द का भी अपना एक स्वाद है, बोलने से पहले खुद चख लीजिए अगर खुद को अच्छा ना लगे तो दूसरों को कैसे अच्छा लगेगा ?
शब्द का भी अपना एक स्वाद है, बोलने से पहले खुद चख लीजिए अगर खुद को अच्छा ना लगे तो दूसरों को कैसे अच्छा लगेगा ?
खुश रहना है तो जिंदगी के फैसले अपनी परिस्थिति देखकर लें, दुनिया को देखकर लिये गये फैसले अक्सर दुःख ही देते है …
दिल में उतरना और दिल से उतरना सिर्फ हमारे व्यवहार पर निर्भर करता है ।
शीशा और रिश्ता दोनों नाजुक होते हैं, पर दोनों में अंतर यह है कि, शीशा गलती से टूट जाता है और रिश्ता गलतफहमी से!
स्वयं का दर्द महसूस होना, जीवित होने का प्रमाण हैं… लेकिन….. औरों के दर्द भी महसूस करना, इंसान होने का प्रमाण हैं…!!